सुबह की शुरुआत हुई तो अमर उजाला की खबर पर नजर पड़ी, काली गाढ़ी ‘हैडिंग’ में साफ नजर आ रहा था “पहाड़ पर 2.80 लाख घरों पर ताले”। खबर पड़ जरा भी बुरा नहीं लगा आखिर लगे भी क्यों हम भी तो अख़बार देहरादून शहर में बैठ कर ही पढ़ रहे हैं, तो फिर ये घड़ियाली आंसू…