Uttarakhand Stories

Will the introduction of Railways in hills of Uttarakhand be beneficial or not?

by Manoj Bhandari
Oct 23, 2015

सवाल: उत्तराखंड के पहाड़ों में रेलवे की सुविधा पहुँचाना एक सही विकल्प है या नहीं?

Result of Facebook Daily Contest #22

And the winner is:

Uttarakhand online fest

Harish Bangari Manila

उत्तराखंड के पहाड़ो में रेलवे नेटवर्क होनाआर्थिक रूप से बहुत जरुरी है और यह संभव भी है क्योंकि दार्जिलिंग की पहाड़ियों में दौड़ती रेल इसका उदहारण है।

उत्तराखंड के पहाड़ो को रेलवे नेटवर्क से जुड़ने के निम्न लाभ प्राप्त होंगे:


1: पहाड़ो में उद्द्योग धंधो को बढ़ावा मिलेगा जो की अभी न के बराबर है।

2: पर्यटन के क्षेत्र में भी रेल अतिआवश्यक है पहाड़ो में यातायात की सुविधा नहीं है और हे भी तो बहुत महंगी है जिससे सैलानी कुछ खास स्थानों में ही आते है जैसे बद्रीनाथ केदारनाथ आदि।

3: कृषि के क्षेत्र में रेल पहाड़ी किसानो क लिए वरदान साबित होगी इससे वो अपने साग सब्जियों को बड़े बाजारों या मंडियों में बेच सकेंगे और इससे पहाड़ी कृषि में बढ़ोतरी होगी।

4: यात्रा की दृष्टि से रेल से अच्छा और सस्ता संसाधन कोई भी नहीं है बसों का किराया पहाड़ी क्षेत्रो में ज्यादा होता है रेल पहाड़ो में यातायात का बहुत अच्छा विकल्प है।

5: पहाड़ो में प्राप्त होने वाले कच्चे माल आज अच्छे यातायात और उद्योग धंधे न होने क कारण नष्ट हो रहे है जिससे इस क्षेत्र में भी रेल बहु उपयोगी है।

6: उपरोक्त कथनो से पता चलता है की पहाड़ो में रेलवे नेटवर्क से आर्थिक पर्यटन कृषि और रोजगार के क्षेत्रो में महत्वपूर्ण है इससे पलायन जैसे महा अभिषाप को रोकने में भी मदद मिलेगी।

अतः ये कहना गलत नहीं होगा की उत्तराखंड के पहाड़ो को रेकवे नेटवर्क से जोड़े जाने का बेसब्री से इन्तेजार और सपना सच होने जैसी बात है रेलवे नेटवर्क से उत्तराखंड के पहाड़ो को जोड़ा जाना हर क्षेत्र में वरदान सिद्ध होगा।

Besides the above winners, we also found the following comments worth appreciation:

Abhi Sharma

In my opinion, the introduction of railways in hills of Uttarakhand is beneficial cum economical. And the reason for this view are as follows:

1) Overall locomotives are four times more efficient than trucks, allowing the saving to be passed on to you. The average rail customer today can ship nearly twice as much freight for about the same price it paid years ago. In Uttarakhand state, it will prove beneficial if all rail comes to hill areas.

2) Rail has a long standing safety record that is continually improving. Not only does rail take trucks off roads, but also reduces the concern for certain hazardous material. I don’t say that rail does not commit an accident, it does but not as much as trucks do.

3) The freight railroads sustain more a million jobs across the country in addition to their own employee.

4) If there is a railway in the hill of Uttarakhand, it will welcome a separate budget by the railway minister. In bus transportation no such type of budget is being introduced.

5) Rails have smooth tracks, lessen accidents as compare to buses. The Railway provides its service through day and night. Our Uttarakhand people can travel any time as per timing of train.

These are the reason to go with the introduction of the railway in hill stations of Uttarakhand.

दीपा कांडपाल

रेलवे लाइन जहाँ पहाड़ो में आ जाने से सुविधा है तो एक और दुविधा भी है यह एक सोचनीय विषय है पहाड़ी इलाकों में रेल लाइन बनते वक़्त जो दुविधा आती है कई विस्फ़ोट किए जाते है सुरंगो रास्तों के लिए जिससे पहाड़ी इलाकों में बस्ने वाले लोगों को और जंगलो में बस्ने वाले जीवों को बेहद सी दुविधा का सामना करना पड़ सकता है। कई तरह की विपत्तियाँ संकट आ सकते है। कहीं एक तरफ पहाड़ खिसकने का संकट उत्त्पन हो सकता है तो कहीं वृक्ष हरियाली खत्म हो सकती है। प्रकति को बेहद नुक्सान पहुंच सकता है वायु प्रदुषण ध्वनि प्रदुषण इत्यादि हो सकता है। कई तरह से नुक्सान हानि का सामना करना पड सकता है और यदि रेलवे यातायात का सुख लेना है तो हर तरह के संकट को दरकिनार करते हुए रेलवे लाइन उत्तराखंड में लानी होगी बस अच्छी तकनिकी का इस्तेमाल किया जाए जिससे नुक्सान कम से कम हो और मैदानी इलाकों से अधिकतर रेलवे लाइन बिछानी जोड़नी चाहिए। इस तरह से उत्तराखंड में रेलवे लाइन आ जाने से यातायात से आने जाने की बेहतरीन सुविधा हो जाएगी, रोज़गार व्यापार शहरों में आयात निर्यात आसानी से किया जा सकेगा। उत्तराखंड में रेलवे लाइन आने से पर्यटन बढ़ जाएगा जिससे ज्यादा ज्यादा से यात्री उत्तराखंड में घूमने को उत्त्सुकता दिखाएंगे इस तरह से उत्तराखंड का विकास के साथ साथ मुनाफ़ा भी बढ़ेगा और मैं तो चाहती हूँ रेल जल्द से जल्द आये हमारे उत्तराखंड में जिससे पूरा सफ़र आसानी से कट के अपने घर गावं पहाड़ जा सके धन्यवाद

Satyendra Patwal

यह विकल्प नही महत्वपूर्ण आवश्कता है उत्तराखंड की। आज रेलवे नेटवर्क नही होने के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में उधोग स्थापित नही हो पा रहे क्योंकि कच्चा माल लाने और उत्पादों को बेचने के लिए परिवहन का द्रुत साधन नहींं है जो हैं भी उनसे वर्षभर सुचारू रूप से परिवहन करना असम्भव है, इसके साथ ही कुटीर उधोगों, पर्यटन, क्षेत्रीय विकास और आजकल की तीव्र गति से विकास करती अर्थव्यस्था से उत्तराखंड के पिछड़े भागों को जोड़ने में रेल नेटवर्क महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा और एक महत्वपूर्ण बात कि उत्तराखंड की लगभग 350km सीमा चीन से लगती है और वर्तमान में बदलते हालातों को देखते हुए सेना को सीमा सुरक्षा के लिए रेल नेटवर्क की सख्त आवश्यकता है।

Ashutosh Ankit Rawat

मेरे विचार से तो बिलकुल सही है इससे हमारे उत्तराखण्ड के पहाड़ी पर्यटन नगरों का बहुत अधिक विकास होगाजैसा की आप लोग देखते ही होंगे की पूरे विश्व में पहाड़ी रेलमार्गो को एक पर्यटन विकास व पर्यटन सुविधा के तौर पे देखा जाता है और जैसे विश्व व यूरोपीयन देशों को ही देख लिजिये वहाँ के हर पहाड़ी देशों में पहाड़ी रेल की सुविधा प्राप्त जिससे वहाँ का पर्यटन व्यवासाय बहुत अधिक है और वहाँ पर्यावरण को कम से कम नुकसान पहुँचाने वाली ट्रेन सुविधा दी जाती है। 
अगर ठिक उसी प्रकार उत्तराखण्ड में भी पर्वतीय रेल सुविधा हो जाये तो यहाँ का भी पर्यटन व्यवासाय भी बहुत बढ़ जायेगा और उत्तराखण्ड मे पलायन की समस्या में भी कम हो जायेगी। लेकिन पर्वतीय रेल के लिऐ जो भी कार्य सरकार करें वह अगर वह कार्य पर्यावरण के हित में रखकर करें और कम से कम नुकासान करें तो ज्याद अच्छा होगा और अगर उत्तराखण्ड में पर्वतीय रेलवे का विकास होगा तो उत्तराखण्ड को नई पहचान भी प्राप्त होगी की और लोगों सबसे सुंदर रेलवे यात्रा अनुभव हमारे उत्तराखण्ड में ही मिल सकता हैं|

Urmila Uniyal Kaul

मै इसका समर्थन करती हूं, मेरे दृष्टिकोण से किसी भी राज्य अथवा देश के विकास में रेल यातायात व्यवस्था का सबसे बडा योगदान होता है, इसके बहुत उदाहरण हमेशा देश तथा विदेशों के रिमोट लोकेशन में देखा गया है, चीन, यूरोप, रूस जैसे कई देश इसके बेहतर उदाहरण ह। रेल मार्ग से न केवल आम जनजीवन को लाभ हुआ है बल्कि टूरिज्म, व्यवसाय, कृषि, शिक्षा, चिकित्सा तथा अन्य मूलभूत सुविधाएं भी सुचारू रूप से उपलब्ध हो सकेगी, इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे, गांव फिर आबाद हो सकते हैं। और जहां तक पर्यावरण संरक्षण का सवाल है तो क्या रेल मार्ग के निर्माण बगैर ये आज सुरक्षित है? पर्यावरण को हम सबको सुरक्षित रखने का संकल्प करना है फिर चाहे वो हमारा राज्य हो अथवा हमारा राष्ट्र।

Prabhakar Bhatt

If this will possible than it will absolutely change the map of Uttrakhand tourism. जब भी कोई पहाड़ी भाई घर जाने की सोचता है तो सबसे पहले एक ही बात आती है रास्ते ठीक हैं या नहीं? फैमिली ले जाऊं या नहीं? रेल सुविधा से ये फायदे होंगे।

1. समय बचेगा और लोग टाइम पर घर पहुंचेगे।

2. बसों के धक्कों और जो स्वास्थ्य बस के सफ़र में ख़राब हो जाता है वो नहीं होगा।

3. रेल से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा क्यूंकि जो भी राज्य पर्यटन में काफी उन्नत है वहां रेल सुविधा है जैसे की गोआ राजस्थान हिमांचल और गुजरात और उत्तराखं इनमे सबसे सुन्दर है।

4. स्वास्थ्य एवं पर्यावरण पर भी इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा क्यूंकी मरीज़ को रैफर केस में जल्दी बड़े हॉस्पिटल में पहुंचा जा सकेगा एवं सड़क पर चलने वाले वाहनों की संख्या कुछ कम हो जाएगी जिससे दुर्घटना एवं प्रदूषण पर नियंत्रण होगा।

5. राज्य में रोजगार लघु कुटीर उद्योग के लिए कच्चा मॉल आसानी से कम समय तथा कम भाड़े में ले जायेगा । बढ़ते किराये से छुटकारा भी मिलेगा। रेल सुविधा विकास का द्वार है।

Manoj Bhandari


Comments are closed.